नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री और व्यापार एवं उद्योग मंत्री महामहिम गण किम योंग से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने कौशल आधारित शिक्षा और प्रशिक्षण में सहयोग पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों की क्षमताओं का निर्माण करना है।
इससे पहले प्रधान ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री महामहिम लॉरेंस वोंग से भी मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच स्कूली शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और अनुसंधान में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर सार्थक बातचीत की गई।
प्रधान ने सिंगापुर के शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग से भी मुलाकात की, जिसमें उन्होंने शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने सिंगापुर के विदेश मंत्री श्री विवियन बालकृष्णन से भी मुलाकात कर भारत-सिंगापुर ज्ञान साझेदारी को और मजबूत बनाने के उपायों पर विचार किया।
प्रधान ने ‘भविष्य के स्कूल’ बनाने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं की खोज करने के उद्देश्य से सिंगापुर के ह्वा चोंग इंस्टीट्यूशन (एचसीआई) का दौरा किया। उन्होंने छात्रों के अनुभवों को बढ़ाने और उनके विकास के लिए स्कूल द्वारा एआई जैसी अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग की सराहना की। इस दौरान, उन्होंने भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में उल्लिखित शैक्षिक दृष्टिकोणों और एचसीआई में पाठ्यक्रम एवं शिक्षण रणनीतियों के बीच समानताएं भी देखीं।
प्रधान की यह सिंगापुर यात्रा, उसके बाद ऑस्ट्रेलिया की यात्रा 20 से 26 अक्टूबर, 2024 का उद्देश्य शिक्षा में पारस्परिक हित के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग, भागीदारी और तालमेल को बढ़ावा देना है।